बिहार की राजनीति इस समय काफी गर्म है जहां एक तरफ नीतीश यू टर्न मार कर एनडीए में शामिल हो गए हैं तो वहीं दूसरी ओर बिहार के मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं सोमवार को एड ने लालू प्रसाद यादव से करीब 10 घंटे तक पहुंचता आज की जिसमें इस मामले की जानकारी मिली कि किस प्रकार उन्होंने भ्रष्टाचार करके रेलवे ग्रुप डी के पदों की नियुक्ति की थी एड ने एक प्रेस रिलीज करके बताया है कि आरोपी हृदय आनंद चौधरी राबड़ी देवी की गौशाला का पूर्व कर्मचारी पुलिस की हिरासत में है जिसे एक उम्मीदवार से संपत्ति अर्जित की थी और बाद में उसे हेमा यादव को दे दिया था
इस मामले में लालू प्रसाद और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ कई आरोप हैं जिनमें राबड़ी देवी निशा भारती और हेमा यादव भी शामिल है ईडी ने बताया कि सदस्यों को भूखंड के बजाय नौकरी में हस्तांतरित करने के बदले में रिश्वत के रूप में जमीन मिली थी एड ने आगे कहा कि कंपनी एक इन्फो सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड और अब एक्सपोर्ट्सप्राइवेट लिमिटेड मुखौटा कंपनी थी इनमें राशि निकालने के बाद लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों को हस्तांतरित कर दिया गया था एड ने साथी यह भी कहा कि लालू प्रसाद और उनके परिवार के सदस्यों के लिए कटयाल इन कंपनियों का प्रबंध करता था एड के प्रेस रिलीज के बाद कांग्रेस के नेता मोदी सरकार पर विपक्षी नेताओं को परेशान करने का आरोप लगा रहे हैंवही कर रही है कौन सी नई बात है कोई भी जो सच बोलना चाहता है जो सच्चाई की बात को उजागर करना चाहे वह सदन में हो चाहे बाहर हो चाहे विरोधी हो चाहे किसी दल का हो उसे व्यक्ति को मोदी जी छोड़ने वाले नहीं है
उसको एड के नाम पर सीबीआई के नाम पर उसको परेशान करने का उसको फसाने का उसकी आवाज को बंद करने का प्रयास किया जा रहा है जो प्रजातंत्र हैआपको जानकारी के लिए बता दें कि एड के अनुसार लालू प्रसाद ने केंद्र में रेल मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल में 2004 से 2009 के दौरान भारतीय रेलवे में ग्रुप डी के पदों पर नियुक्ति के लिए भ्रष्टाचार किया था अदीना एक बयान में कहा कि सीबीआई की आरोप पत्र के अनुसार अभ्यर्थियों को रेलवे में नौकरी के बदले रिश्वत के रूप में भूमि देने के लिए कहा गया था