कलयुग मैं यहां रहते है प्रभू श्री राम के वंशज, यह रहे राम के 307वें वंशज

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लव और कुश इस वंश को आगे बढ़ाया अब राम के वंशज कहां है क्या वह आज भी हैं वह लोग कौन हैं जो खुद को उनके वंशज मानते हैं क्या आज भी कलयुग में रहता है उनके वंश यह सब आज हम इस article में जानेंगे भगवान श्री राम ने इस संसार को छोड़ने से पहले कुश को दक्षिण कौशल कुशस्थली कुशावती और अयोध्या राज्यों पर तो लव को पंजाब राज्य सोफा लव ने लाहौर को राजधानी बनाया तक्षशिला में भारत पुत्र तक्ष और पुष्करावती पेशावर में पुष्कर को राज्य मिला हिमाचल में लक्ष्मण पुत्रों का शासन था मथुरा में शत्रुघ्न के पुत्र सुबह को दिया गया

कलयुग मैं यहां रहते है प्रभू श्री राम के वंशज, यह रहे राम के 307वें वंशज


तो उनके दूसरे पुत्र शत्रु घाटी का बेल्स विदिशा के सिंहासन पर बिठाया गया अब बात करते हैं भगवान राम के पुत्र लव से कौन सा वंश चला राजालव से राघव राजपूत का जन्म हुआ जिनमें बढ़ गुर्जर जायस और सिकरवारों का वंश चला इसकी दूसरी शाखा थी सिसोदिया राजपूत वंश की जिम बैचलर बैचलर और गहलोत गोहिल वंश के राजा हुए कुश से कुशवाहा राजपूत का वंश चल अब भगवान राम के दूसरे पुत्र से कौन सा वंश चला कुश वंश से ही कुशवाहा मौर्य सैनी शाह के संप्रदाय की स्थापना मानी जाती है सूर्यवंश भी कुश से निकली शाखों से निकला कुश की ही पचासवी पीढ़ी में शल्य हुए जो महाभारत युद्ध में कौरवों की ओर से लड़े कुश महाभारत काल के 2500 वर्ष पूर्व से 3000 वर्ष पूर्व हुए थे यानी आज से 6500 से 7000 वर्ष पहले जो लोग खुद को शाक्यवंशी कहते हैं वे भी श्री राम के वंशज हैं जयपुर राजघराना राम का वंशज हैजयपुर राजघराने की महारानी की पद्मिनी और परिवार के लोग राम के पुत्र कुश के वंशज हैंकुश समय पहले महारानी पद्मिनी ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि उनके पति भवानी सिंह कुश के 360 में वंशज थे |


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